Saturday, 20 November 2021

20 नवम्बर 2021 को गुरु का राशि परिवर्तन –

20 नवम्बर 2021 को गुरु रात्रि को 11.30 बजे के पश्चात गुरु का राशि परिवर्तन कुम्भ राशि में होगा | गुरु ग्रह का राशि परिवर्तन बहुत महताव्पूर्ड माना जाता है |

जानिए गुरु का 12 राशि पर प्रभाव –

मेष राशि : मेष राशि वालों के लिए यह समय अच्छा रहेगा | आपके घर व परिवर में सुख व समृद्धि आएगी  | व्यापारी वर्ग के लिए लाभ के योग बनगे, नोकरी वालों के लिए भी लाभकारी रहेगा, विवाह के योग, घर में कोई शुभ कार्य हो सकता है तथा हर प्रकार से शुभ रहेगा |

व्रषभ राशि : वृषभ राशि वालों के लिए यह समय कैरियर के हिसाब से सही रहेगा परंतु नोकरी व व्यापार में कुछ उतार-चड़ाव आने की संभावना है, वाद-विवाद से बचे, पति-पत्नी को सावधान रहने को सावधानी रहने की आवशकता है, स्वास्थय पर ध्यान दे तथा लेन देन से बचे अन्यथा नुकसान हो सकता हौ |

मिथुन राशि : मिथुन राशि वालों के लिए रुके हुआ कार्य पूरे होगे, आपको भाग्य व परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा तथा यदि लक्षय पर ध्यान देंगे तो सफलता मिलने की पूरी संभावना है |

कर्क राशि : कर्क राशि वालों के जीवन में अचानक चीज़ों का परिवर्तन हो सकता है | आपको अचानक लाभ व हानि हो सकती है, धोका खाने की संभावना है, स्वास्थय पर विशेष ध्यान दें तथा बुराइयों या गलती करने से सावधान रहे अन्यथा आपको नुकसान हो सकता है |

सिंह राशि : सिंह राशि वालों के लिए आपके विवाहिक जीवन में खुशाली आ सकती है, साझेदारी के व्यापार से जुड़े है तो आपको लाभ मिलेगा, आर्थिक रूप से यह समय अच्छा रहेगा, स्वास्थय के प्रति सचेत रहे तथा निवेश करने से बचे |

कन्या राशि : कन्या राशि वालों के लिए यह समय अच्छा नहीं होगा | इस समय आपको रोग व शत्रु परेशान कर सकते है | यदि आप चतुराई से काम ले तो आप बच सकते है | नोकरी व व्यापार पक्ष को सयम से काम लेना होगा, खर्चे बने रहेगे तथा खर्चे पर विशेष ध्यान दे |

तुला राशि : तुला राशि वालों के लिए यह समय अच्छा रहेगा , पति-पत्नी के बीच मधुरता आएगी , अविवाहित के लिए रोमैन्स या विवाह के योग बन सकते है, संतान के योग तथा खर्चो पर काबू रखे |

वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि विशेष रूप से खर्चे पर ध्यान दे, संतान सुख में कमी आ सकती है, बीमारी से बचे, वाद-विवाद से बचे तथा स्वास्थय में विशेष दे तथा इस समय सावधानी बरते |

धनु राशि : धनु राशि वालों के लिए यह समय बहुत अच्छा रहने वाला है, अविवाहित लोगो के लिए विवाह के योग, यात्रा के प्रसंग, नोकरी मिलने की संभावना परंतु आलस्य व अहम का त्याग करे अन्यथा हानी होने की संभावना है |

मकर राशि : मकर राशि वालों के लिए कैरियर पक्ष से यह समय शुभ रहेगा, जल्दबाज़ी में कोई निर्णय लेने से बचे, घर में सुख का महोल बन सकत है |

कुम्भ राशि : कुम्भ राशि वालों को संतान से लाभ, जीवन साथी का सहयोग, रुके हुआ कार्य बनेगे, भाग्य का सहयोग मिलेगा, यह समय आके लिए शुभ रहेगा तथा खर्चे बने रहेगे |

मीन राशि : मीन राशि वालों को विपत्ति का सामना करना पड़ सकता है, शत्रु से बचने की जरूरत है, खर्चे सोच-विचार कर करे, स्वास्थय पर विशेष ध्यान दे तथा इस समय आपको सावधान रहने की आवशकता है |

Thursday, 28 October 2021

दीपावली के शुभ मुहूर्त - 2021

 

4 नवम्बर 2021 का दीपावली मुहूर्त -

                                                                                                                                    चोघड़िया मुहूर्त-

  फ़ैक्टरि व दुकान का मुहूर्त – दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक ( लाभ ) मुहूर्त में करना शुभ रहेगा | इसके बाद 1.30 बजे से 2.50 तक (अमृत मुहूर्त ) कुम्भ लग्न में कंरना विशेष शुभ रहेगा |

11.50 से 12.20 तक अभिजीत मुहूर्त में करना विशेष शुभ रहेगा |

               घर का ( लक्ष्मी पूजन ) पूजन -

शाम को 5.35 से 7.11 तक ( अमृत मुहूर्त ) में करना शुभ रहेगा |


शाम को 6.15 से अमृत मुहूर्त व ( वृषभ लग्न ) में करना विशेष शुभ रहेगा |

धनतेरस का पूजन – 2021


धनतेरस का पूजन शाम को प्रदोषकाल, गोधूल वेला और स्थिर लग्न शाम को 6.15 से 8.10 तक धनतेरस का पूजन करना शुभ रहेगा | इस समय में बर्तन, आभूषण, वस्त्र, घरेलू उपाय की वस्तु खरीदना शुभ रहेगा |

 

                    छोटी दीपावली ( नर्क चतुर्थदशी )

छोटी दीवाली अथार्थ रूप चौदस 3 नवम्बर को प्रात: 9.3 तक त्रोयोदशी तिथि रहेगी | उसके बाद पूरे दिन चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा |

Sunday, 17 October 2021

करवा चौथ - 2021



करवा चौथ इस बाद 24 अक्टूबर  2021 को मनाया जाएगा  | इस बार  करवा चौथ का विशेष महत्व है क्योकि करवा चौथ इस बार रोहणी नक्षत्र में पड़ रहा है | इस दिन सुहगान स्त्रीया अपने सुहाग की दीर्घ आयु के लिए इस व्रत  को करती है |

चंद्रौदय के दर्शन इस बार रात्री को 8.00 बजे के बाद होगा |

Tuesday, 5 October 2021

11 अक्टूबर 2021 को शनि देव मार्गी हो रहे है | शनि के मार्गी होने पर इन राशियो को रहना होगा सावधान –

 


शनि को न्याय और कर्मफल का देवता माना जाता है | शनि को प्रसन करके जातक अपने जीवन के दूखो को दूर कर सकता है | ऐसी मान्यता है जब कभी भी ग्रहो में किसी भी तरह का परिवर्तन होता है तब इसका सीधा प्रभाव राशियो पर पड़ता है | जिस वजह से कुंडली पर शनि बेठ जाते है | ऐसे व्यक्ति के जीवन में दूख व सुख भी आते है | हिन्दू मान्यता के अनुसार शनि महाराज के नाराज होने से व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर पड़ता है और यदि शनि देव प्रससन होते है तो उसके बिगड़े काम बनने लगते है | जब भी शनि देव मार्गी व वक्री अवस्था में आते है | तब सभी राशियो पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है | 23 मई 2021 से शनि मकर राशि में वक्री चल रहे है अत: अब 11 अक्टूबर को शनि प्रात: 8.00 बजे मार्गी हो जाएगे | जिसके कारण कुछ राशियो पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा | वही कुछ राशि के जातको को सावधान रहने की जरूरत है | शनि मार्गी होने पर धनु राशि के जातको को शुभ परिणाम मिलेगे | वही मकर व कुम्भ राशि के जातको के लिए परेशानी दूर होगी | मिथुन,तुला व धनु राशियो के जातको के लिए अच्छे लाभ के संयोग बनेगे तथा वृषभ व सिंह राशि के लिए अधिक सावधान रहने की ज़रूरत है | 

                    2022 में शनि का राशि परिवर्तन होगा | जिसके कारण मिथुन, तुला राशि वालों को ढैया शुरू होगी | 29 अप्रैल 2022 शनि मकर राशि से कुम्भ राशि में परिवर्तन करेगा जिससे धनु राशि वालों को शनि की सादे-सती से मुक्ति मिल जाएगी |

Tuesday, 28 September 2021

नवरात्रि का प्रारम्भ - 2021


7 अक्टूबर 2021 से नवरात्रि का प्रारंभ हो रहा है | इस बार नवरात्रि विषम डोली में आएगी और हाथी पर विदा होगी | नवरात्रि का प्रारंभ चित्रा नक्षत्र व वेध्रती योग में हो रहा है | जिसे विशेष रूप से अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योकि इस बाद नवरात्रि भी घट रही है | इस बार तृतीया व चतुर्थी एक ही दिन की है | डोली पर सवार होने से व नवरात्रि के घटने से मनुष्यो व पशुओ में बीमारी होने का संकेत कहा जा  सकता है तथा हाथी पर विदा होने से इस बार बारिश अधिक तथा कही-कही बाड़ की संभवा दिखाई देती है | पुराणो में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व  बताया गया है | 9 दिनो चलने वाली इस पर्व में हर दिन अलग-अलग देवी को समर्पित है | 15 अक्टूबर को दशहरा (शामी पूजन) शूकवार को मनाया जाएगा |

                             घट स्थापना का मुहूर्त -

घट स्थापना अभिजीत मुहूर्त में कराना विशेष शुभ रहेगा | जो की 11.54 से 12.24 तक रहेगा |

आप और भविष्य की और से नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाए |

कु अनुपमा शर्मा

पंडित सोम प्रकाश शर्मा

9810780025

 

Wednesday, 15 September 2021

श्राद्ध का प्रारम्भ – 2021

20 सितम्बर 2021 से ( भाद्रपक्ष ) पूर्णिमा का प्रथम श्राद्ध है |  श्रद्धों में श्राद्ध करने का विधान है | यजमान जिस तिथि को जिसके नाम का श्राद्ध कर रहा है ,उसके नाम का सबसे पहले तर्पण करा जाता है | तर्पण में कच्चा दूध, जल,काले तिल,ज़ो डालकर उनका तर्पण करने के उपरांत संकल्प करने के बाद ही ब्राह्मण को भोजन कराने के उपरांत दक्षणा देने के बाद ही विदा करे ( ब्राह्मण को वस्त्र, चरण पादुका और छाता देकर विदा करना चाहिए ) बिना संकल्प के खिलाया हुआ भोगन से उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती  |

 एक श्राद्ध की व्रद्धि हो गई है.