Friday, 20 June 2025

सूर्य का आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश - 2025

 

22 जून 2025 को सूर्य का आर्द्रा ( राहू )  नक्षत्र में प्रवेश हो रहा है | सूर्य का आर्द्रा ( राहू ) नक्षत्र में प्रवेश के साथ-साथ ( सूर्य,बुध,गुरु ) त्रियोग बनने का कारण तथा मंगल का वर्ष होने के भी कारण मानसून में तेजी, दुर्घटना के प्रबल योग, राजनतिक अस्थिरता , वायुयान दुर्घटना बनी रहेगी, प्रकातिक  आपदाए बनी रहेगी तथा देशो में युद्ध की प्रबल संभावना बनी रहेगी इसलिए 22 जून से 6 जुलाई तक यह स्थिति अनुकूल नहीं है  |

                      

Sunday, 31 March 2024

चैत्र नवरात्रि – 2024

 

श्री संवत 2081 शाका: 1946 चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि दिन मंगलवार से हिन्दू नव वर्ष का प्रारम्भ हो रहा है | आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाए | इस बार चैत्र नवरात्रि 9 दिन की है | इस वर्ष 9 अप्रैल 2024 से नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है |

 मंगलवार को नवरात्रि की शुरुआत होने के कारण माँ दुर्गा का वाहन घोडा है | जो शुभ नहीं माना जाता है | घोड़े पर सवार होने के कारण यह शुभ संकेत नहीं है | इसके प्रभाव से सत्ता में बड़ा बदलाव आ सकता है परंतु इसके साथ ही युद्ध के आसार भी बन सकते है तथा भविष्य में प्रकृतिक आपदा आने के भी संकेत है लेकिन भक्तो के जीवन में आ रही परेशानी से मुक्ति  सकती है | इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिन है |

        घटस्थापना का मुहूर्त को प्रात: 6.0 से 10.16 मिनट तक शुभ रहेगा |

 कलश स्थापना  का विशेष मुहूर्त ( अभिजीत मुहूर्त ) में भी कर सकते है | अभिजीत मुहूर्त 11.57 से 12.47 तक रहेगा |


Friday, 15 March 2024

होली दहन का महूर्त- 2024

 

होलाष्टक का प्रारम्भ 17 मार्च 2024 से हो रहा है | इन दिनो में कोई भी शुभ व मंगल कार्य नहीं किया जाता |

होलिका दहन – होली दहन का मुहूर्त इस बार रात्री को 11.15 के बाद करना शुभ रहेगा क्यूकी प्रात: 9.55 से 11.23 रात्री तक भद्रा लग रही है अथार्थ भद्रा में कोई शुभ कार्य नहीं होता |

 


 

Saturday, 4 November 2023

13 नवम्बर 2023 का दीपावली मुहूर्त -

 

चोघड़िया मुहूर्त-

  फ़ैक्टरि व दुकान का मुहूर्त – प्रात : 6.00 बजे से 8.0 बजे तक (अमृत ) मुहूर्त में करना शुभ रहेगा | इसके बाद 9.30 बजे से 10.48 तक (शुभ ) मुहूर्त में करना शुभ रहेगा | इसके बाद दौपहर 3.0 बजे 4.15 बजे तक ( लाभ ) मुहूर्त में करना शुभ रहेगा तथा 4.15 से 5.40 तक ( अमृत मुहूर्त ) में करना शुभ रहेगा |

               घर का ( लक्ष्मी पूजन ) पूजन -

इस बार रात्री को 10.30 बजे से 12.10 तक ( लाभ मुहूर्त ) में करना शुभ रहेगा |

इसके बाद मध्य रात्री को 1.50 से 3.25 तक ( शुभ ) मुहूर्त  में करना विशेष शुभ रहेगा |